विकास की धुरी होते हैं अच्छे राजमार्ग : मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का प्रधानमंत्री का सपना हो रहा पूरा : गडकरी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी देश के लिए अच्छे राजमार्ग विकास की धुरी होते हैं। छह साल में देश के साथ ही उत्तर प्रदेश के में जितने राजमार्गों का निर्माण हुआ है, उतना निर्माण 1947 से लेकर 2014 तक नहीं हुआ था। राजमार्गों के विकास की वजह से मूलभूत सुविधाओं का विकास भी विकास हुआ है। साथ ही रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर भी खुले हैं। देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह विकास विकास परियोजनाएं काफी अहम हैं। 7476.57 करोड़ की लागत से 505.32 किमी लंबी 16 सड़क परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास के मौके पर गुरुवार को एनेक्सी भवन में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए मुख्यमंत्री ने यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और सड़क परिवहन राजमार्ग एवं लघु और मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी, छह साल से देश में विकास की नई गाथा लिख रहे हैं। सड़कों को बेहतर बनाने का उनका सतत प्रयास विकास कार्यों की अहम कड़ी है। कोरोना कालखंड में भी विकास कार्यों पर विराम नहीं लगने पाया। इसी का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश का कोई भी जिला ऐसा नहीं है जो राष्ट्रीय राजमार्ग से न जुड़ा हो। आजादी के बाद से लेकर वर्ष 2014 तक जितनी सड़कों का निर्माण हुआ उससे अधिक सड़कों का निर्माण 2014 के बाद से लेकर अब तक हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज, अयोध्या और वाराणसी में विकास का जो काम हो रहा है वह शानदार है। खासकर सड़कों के विकास में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अनुभव का काफी लाभ मिल रहा है। मुख्य अतिथि और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है। इसके विकास की दृष्टि उन्होंने ही दी है। उत्तर प्रदेश तेजी से बदल रहा है। इसे सफल और समृद्ध प्रदेश बनाने का सपना पूरा हो रहा है। सड़कों के विकास होने से प्रदेश का औद्योगिक विकास भी होगा और किसानों की बाजार तक पहुंच आसान होने से खेती में भी समृद्धि आएगी। केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रयागराज और वाराणसी के साथ ही गंगा के किनारे बसे सभी प्रमुख शहरों से सी प्लेन की सुविधा शुरू करने की अपील की तथा कहा कि इस काम में उनका मंत्रालय हर तरह का सहयोग करेगा। इस काम में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रयागराज जिले के फाफामऊ में बन रहा छह लेन का पुल, दुनिया में इंजीनियरिंग का शानदार नमूना होगा। प्रयागराज से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (डा.) वीके सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश लगातार विकास कर रहा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सड़कों का निर्माण कराकर इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं। विकास कार्यों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि वह दिन दूर नहीं जब उत्तर प्रदेश देश में अव्वल प्रदेश के रूप में जाना जाएगा। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों के लिए केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सड़क परिवहन राजमार्ग एव लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी के प्रयास से उत्तर प्रदेश में जिन राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण हो चुका है और जिनका निर्माण कार्य चल रहा हैऔर जितने बन रहे हैं, उतनी सड़कों के निर्माण का कार्य किसी भी सरकार में नहीं हुआ। उप मुख्यमंत्री ने फाफामऊ में छह लेन केपुल के निर्माण के लिए केंद्रीय मंत्री के प्रति खासतौर से आभार व्यक्त किया। गोरखपुर में जंगल कौडिय़ा-कालेसर फोरलेन बाईपास मार्ग। लंबाई 17.66 किमी, लागत 866 करोड़ रुपये।
सिद्धार्थनगर में बढऩी-कटया राष्ट्रीय राजमार्ग 730 का 35 किमी चौड़ीकरण एवं उन्नयन। लागत 209.10 करोड़।
कानपुर जिले में लेवल क्रासिंग संख्या 79डी पर ओवरब्रिज का निर्माण। लंबाई 790 मीटर, लागत 50.74 करोड़।
मेरठ से बुलंदशहर के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग का 61.19 किमी फोरलेन चौड़ीकरण। लागत 240.91 करोड़। महोबा तथा बांदा जिले के बीच कबरई-बादा राष्ट्रीय राजमार्ग 76 का 37 किमी चौड़ीकरण एव उन्नयन। लागत 215.16 करोड़।
प्रतापगढ़-प्रयागराज बायपास खंड तक राष्ट्रीय राजमार्ग 96 का 34.70 किमी चौड़ीकरण। लागत 599.35 करोड़।
बहाइच से श्रावस्ती तक राष्ट्रीय राजमार्ग का 61.90 किमी चौड़ीकरण एवं उन्नयन। लागत 388.83 करोड़।
चित्रकूट और प्रयागराज जिले में मऊ से जसरा खंड राष्ट्रीय राजमार्ग 76 का 53.55 किमी चौड़ीकरण और उन्नयन। लागत 599.35 करोड़।
गोरखपुर में सिकरीगंज से गोला के बीच नौ किमी सड़क का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण। लागत 37.52 करोड़।
कुशीनगर में तमकुहीराज और पडरौना के बीच 19 किमी सड़क का चौड़ीकरण और सदृढ़ीकरण। लागत 69.67 करोड़।
मध्यप्रदेश की सीमा से शुरू होकर सोनभद्र होते हुए उत्तर प्रदेश-झारखंड सीमा तक क्रमश: 65.21 किमी सड़क का 57.50 और 26.81 किमी सड़क का 29.63 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य का शिलान्यास। राष्ट्रीय राजमार्ग 91 ए का इटावा जिले में भरथना चौक से कुदरकोट मार्ग का 40 किमी चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण। लागत 262.37 करोड़।
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 135 सी ड्रमंडगंज से हलिया मार्ग तक 18.40 किमी चौड़ीकरण। लागत 39.37 करोड़।
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 135 सी का रामपुर से भडेरवा मार्ग का 15 किमी चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण। लागत 76.23 करोड़।
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